पोरसा। उपजेल अम्बाह में पिछले 15 दिन से बंद एक कैदी ने आत्महत्या करने की धमकी दी। दरअसल कैदी नशे का आदी है जिसकी वजह से उसकी तबीयत भी खराब हो गई। जब यह बात जेलर के संज्ञान में आई तो उन्होंने कैदी को समझाया और एक पत्र न्यायाधीश को लिखकर पूरी घटना की जानकारी भी दी है।
खडिय़ाहार थाना सिहौनिया निवासी बंटी जाटव को 28 मई को आम्र्स एक्ट के मामले में अम्बाह उपजेल में भेजा गया है। बंटी गांजे का नशा करता है, जिसकी तबीयत खराब होने पर उसे तीन बार अस्पताल ले जाया गया, इसके साथ ही डॉक्टरों की निगरानी में इलाज किया जा रहा है। मंगलवार को बंटी को दवा देने गए गणेश सिंह को बंटी ने बताया कि वह बेहद तनाव में है और आत्महत्या करना चाहता है। यह बात गणेश सिंह ने जेलर अजय शर्मा को बताई। जिस पर जेलर ने बंटी के पिता को बुलाया और अपने चेम्बर में ले जाकर दोनों से बात की। बंटी के पिता ने उसे समझाया कि उसकी जल्द ही जमानत हो जाएगी। इसलिए ऐसा कोई कदम नहीं उठाए।
जिस पर बंटी ने भी लिखित में बयान देकर नशा न मिलने से परेशान होने व आत्महत्या की बात कबूली तथा पिता की समझाइश पर जेल में ऐसा कोई काम न करने की सहमति दी। उधर जेलर ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी प्रथम श्रेणी न्यायाधीश अजय यादव को पत्र लिखकर दी है।
अनोखी डिमांड आई है
जेलर का कहना है कि उनके कार्यकाल में पहली बार किसी कैदी ने इस प्रकार की धमकी भरी डिमांड की है। कैदी नशे का आदी है इस कारण से उसकी बात से माननीय न्यायाधीश को अवगत करा दिया गया है। अब कोर्ट से जो आर्डर आएंगे उस पर काम किया जाएगा। फिलहाल कैदी पर कड़ी नजर रखी जा रही है। कहीं कोई अनहोनी न हो जाए इसलिए हर समय प्रहरी पहरा दे रहे हैं। जेल के अंदर कैदियों को समय पर भोजन व अन्य सामान दिया जाता है।

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