शिवपुरी/दिनारा। जल संरक्षण को लेकर शासन-प्रशासन के उदासीन रवैए को देख अब स्थानीय नागरिक स्वयं जागरुक होकर खुद ही पहल करने लगे हैं। इसी तरह का सराहनीय प्रयास दिनारा क्षेत्र के युवाओं ने किया है। क्षेत्र में गहराते जलसंकट को ध्यान में रखते हुए युवाओं ने दिनारा तालाब में बिलरऊ नदी से पानी लाने का बीड़ा उठाया है और कवायद शुरू भी कर दी है। अभियान की शुरूआत में युवाओं ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों से इस अभियान से जुडऩे तथा आर्थिक मदद देने की अपील की । जिसमें सफलता मिली और लोगों ने न सिर्फ इस अभियान में श्रमदान करने की बात कही बल्कि खुलकर आर्थिक मदद देने का क्रम भी शुरू हो गया है। इस अभियान के प्रमुख दिनारा निवासी वीरेंद्र यादव ने बताया कि पहले ही दिन इस अभियान से 45 से अधिक लोग जुड़े और श्रमदान की सहमति दी। साथ ही 40 हजार से अधिक सहयोग राशि भी प्राप्त हुई है।
यह लोग जुड़ चुके हैं मुहिम से
बिलरऊ नदी से दिनारा तालाब में पानी लाने की मुहिम से जुडऩे वालों में रामपाल यादव चंदावरा, डॉ इंदर सिंह यादव, लक्ष्मण जोशी अलगी, वीरेंद्र यादव, आरती जयजय वकील, सतीश फौजी, राकेश मिश्रा, रवि साहू, रूपा यादव, अमित नगरिया, केके गुप्ता, राजेश अमर, सपना दुबे, सुनील गुप्ता मंडल अध्यक्ष भाजपा, विनीत सक्सेना, डॉ हरगोबिंद सेन, डॉ अक्षय दुबे, दीपक पाल, राजेन्द्र सोनी, मनोज गेडा, मनोज मेडीकल स्टोर, रवि पण्डे, संतोष सुमन पटवारी, अंडोली गुप्ता, शुभम गुप्ता, राजा परिहार, मदन खटीक, राजेन्द्र सोनी, विवेक यादव, जितेंद्र गुप्ता खेरा वाले, प्रवीण गंगोलिया, सुनील गुप्ता नीखरा, पुष्पेंद्र प्रजपति, मनोज साहू, अखिल खरे, देवेन्द्र बेंमटे, अनिल सोनी, महेश गुप्ता पटवारी, रितिक गुप्ता, ऋतुराज सांवला, विनय शर्मा, दिनेश झा, जितेंद्र प्रजापति, शादिक खान, हेमन्त रावत, उत्तम यादव सचिव, राजकुमार कांकर, सलीम खान, हर्षनन्दन कुशवाहा के नाम शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर यह डाली अपील
दिनारा निवासी वीरेंद्र यादव ने सोशल मीडिया पर जो संदेश वायरल किया उसमें लिखा कि दिनारा तालाब का संरक्षण बहुत जरूरी है। इसके लिए बिलरऊ नदी से दिनारा तालाब तक पानी लाना होगा। जब तक तालाब में पानी नहीं आएगा तब तक दिनारा के लोगों की प्यास नहीं बुझ पाएगी। इस अपील से प्रभावित होकर स्थानीय ग्रामीण व किसान आगे आए और उन्होंने खुद मौके का मुआयना किया। जिसमें पाया गया कि मसूदा से ग्राम बैसोराकला तक जो नहर है वह कई जगह टूटी हुई है तथा इसकी साफ सफाई बहुत जरूरी है। लेकिन इस कार्य में श्रमदान के साथ साथ आर्थिक बजट भी चाहिए। इसके लिए क्षेत्र के समाज सेवियों, राजनीति व्यक्तियों से अनुरोध किया और उन्होंने इसका खुलकर समर्थन करते हुए सहयोग भी किया। लोगों का कहना था कि जब तक दिनारा तालाब में पानी नहीं होगा तब तक न तो क्षेत्र का किसान संपन्न होगा और न ही व्यापारी व दुकानदार। आम जन को भी तभी पेयजल संकट से राहत मिल सकेगी।
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