भोपाल. झाबुआ उपचुनाव की घोषणा से पहले ही कांग्रेस और भाजपा के लिए यह प्रतिष्ठा की लड़ाई बनता दिख रहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के झाबुआ दौरे के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस ने चुनाव की तैयारियों का शंखनाद कर दिया है। दोनों ही दलों में टिकट की भागदौड़ शुरू हो गई है।
फिलहाल कांग्रेस के सामने पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा और कांतिलाल भूरिया में किसी एक को टिकट देने का विकल्प है। भूरिया चाहते हैं कि उन्हें या उनके पुत्र विक्रांत को उपचुनाव लडऩे का मौका दिया जाए। जेवियर मेड़ा इसका विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस यह तथ्य जानती है कि विधानसभा चुनाव में मेड़ा के निर्दलीय उतरने के कारण ही विक्रांत हार गए थे। ऐसे में सूत्रों की मानें तो कांग्रेस मेड़ा को टिकट देने के विकल्प पर विचार कर सकती है। कांतिलाल भूरिया को संतुष्ट करने के लिए राज्यसभा भेजने का ऑफर दिया जा सकता है। कांग्रेस को लगता है कि भूरिया और मेड़ा एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो ये सीट कांग्रेस के पाले में आ सकती है।
भाजपा दे सकती है डामोर के परिजनों को टिकट
झाबुआ के गढ़ को भेदने में भाजपा को सांसद गुमान ङ्क्षसह डामोर के जरिए सफलता मिली है। वे पहले विधानसभा चुनाव जीते, फिर संसदीय चुनाव में कांतिलाल भूरिया को मात दी। सूत्रों के मुताबिक, डामोर अपनी पत्नी सूरज डामोर या बेटे को टिकट दिलाने की कोशिश में है। भाजपा से पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल भी दावेदारी कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होने के बाद ही टिकट किसे दिया जाए, इस पर विचार करेंगे।
जानिए किसने क्या कहा
- पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा ने कहा कि हम झाबुआ में विधानसभा का उपचुनाव जरूर जीतेंगे। मुख्यमंत्री ने मुझे टिकट देने का वादा किया है।
- पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया ने कहा कि किसे टिकट मिलेगा किसे नहीं, इसका फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी। उन्हीं के फैसले का इंतजार है।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2NcjH93
No comments:
Post a Comment