
भोपाल। ग्रहों की चाल राशि राशियों में परिवर्तन होना आम बात है। लेकिन किसी मजबूत यानि ताकतवर ग्रह के ये परिवर्तन सभी राशियों को अत्यधिक प्रभावित करते हैं।
ज्योतिष के अनुसार किसी भी व्यक्ति के जीवन को उसकी कुंडली में स्थित 9 ग्रह काफी हद तक प्रभावित करते हैं। वहीं इन ग्रहों की चाल ही जातक को समय समय पर अच्छा या बुरा समय भी दिखाती है। ये सभी स्थितियों ग्रहों की चाल या राशि परिवर्तन पर निर्भर करती है।
ऐसा ही एक बड़ा परिवर्तन मंगलवार को यानि 7 मई को हो रहा है। जिसके तहत देवताओं के सेनापति मंगल 07 मई 2019 को प्रातः 07:03 बजे मिथुन राशि में गोचर कर रहे हैं और अब वे 22 जून 2019, शनिवार को रात्रि 23:21 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेंगे।
मंगल के इस गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। पंडित सुनील शर्मा के अनुसार जहां एक ओर ये गोचर कुछ राशियों को शुभ फल प्रदान करेगा वहीं कई राशियों के लिए ये घातक रहेगा।
ये होता है गोचर...
राशि चक्र में ग्रह का किसी एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने की क्रिया को गोचर कहते हैं। ज्योतिष विज्ञान के अनुसार राशि चक्र में बारह राशियां होती हैं और इन सभी राशियों का अलग-अलग स्वभाव होता है।
जबकि ग्रहों को इन राशियों का स्वामित्व प्राप्त है। किसी व्यक्ति के जीवन में गोचर का बहुत प्रभाव पड़ता है, क्योंकि गोचर उस समय विशेष में ग्रह के प्रभाव को परिभाषित करता है।
गोचर का अर्थ होता है - ग्रहों का चलना है। यह दो शब्दों के योग से बना है जिसमें पहला शब्द ‘गो’ है और दूसरा ‘चर’ है। ‘गो’ का अर्थ तारा या नक्षत्र से है जबकि ‘चर’ का मतलब गमन से है।
गोचर के दौरान सूर्य से लेकर केतु तक सभी नौ ग्रहों की गति अलग-अलग होती है, इस कारण गोचर की अवधि में भी भिन्नता पाई जाती है।

वहीं वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल ऊर्जा, साहस, बल आदि का कारक होता है। यह मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी होता है। मंगल का गोचर किसी जातक के जन्मकालीन राशि से तीसरे, छठे और ग्यारहवें भाव में शुभ फल देता है जबकि शेष भावों में इसके प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलते हैं।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल एक शक्तिशाली ग्रह है। मंगल ग्रह ऊर्जा, शक्ति एवं पराक्रम का कारक माना जाता है। जातक की कुंडली में मंगल साहस और दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करता है।
यह मेष एवं वृश्चिक राशि का स्वामी है और कर्क व सिंह राशि के लिए योग कारक ग्रह है। मंगल का प्रभाव इंसान के स्वभाव में देखने को मिलता है। मंगल के शुभ प्रभावों से व्यक्ति साहसी और वीर होने के साथ-साथ पराक्रमी भी होता है। वहीं मंगल की कमजोर स्थिति इंसान के आत्मविश्वास को कमजोर करती है।

1. मेष राशि:
आपकी राशि से मंगल ग्रह का गोचर तृतीय भाव में होगा। यह गोचर आपके लिए अच्छा रहेगा और इस दौरान आपके साहस में वृद्धि होगी। आपकी संकल्प शक्ति में इज़ाफा होगा और हर काम को आप सूझबूझ के साथ पूरा करेंगे।
नौकरी पेशा और कारोबारी लोग इस दौरान जीवन में आने वाली परेशानियों का डटकर सामना करेंगे और अपने कार्यक्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। यह गोचर आपके विरोधियों को आपके पास टिकने नहीं देगा, और आप उनपर हावी रहेंगे।
उपाय: प्रतिदिन माथे पर केसरिया तिलक लगाएं।
2. वृषभ राशि :
आपकी राशि से द्वितीय भाव में पराक्रम के कारक ग्रह मंगल गोचर करेंगे। आर्थिक मामलों के लिए यह गोचर बहुत अच्छा रहेगा, धन संचित करने में आप सफल रहेंगे।
अपनी वाणी पर इस दौरान आपको नियंत्रण रखना होगा और इस बात का भी ख्याल रखना होगा कि आप भावनाओं में बहकर किसी को अपशब्द न कहें। बच्चों को गलत संगति से बचाना चाहते हैं तो उनके साथ वक्त बिताएं।
इस राशि के कुछ जातकों की आमदनी में इस दौरान वृद्धि हो सकती है। कारोबारियों को विदेशों से लाभ होगा। व्यवसायिक साझेदारी से फायदा मिलेगा।
उपाय: तांबे की थाल में चार केले हनुमान मंदिर में चढ़ाएं।
3. मिथुन राशि :
मंगल आपकी ही राशि यानि आपके लग्न भाव में गोचर करेंगे। अत: इस गोचर का प्रभाव आप पर सबसे अधिक पड़ेगा। गोचर के प्रारंभ में आपके स्वभाव में परिवर्तन देखने को मिलेगा, आप पर क्रोध हावी हो सकता है।
इस दौरान आपको कोई भी काम बहुत सोच-समझकर करना होगा। इस समय वाहन चलाते वक्त सावधानी बरतें। किसी भी तरह की बहसबाजी करने से बचें। इस दौरान विवाद की स्थिति भी बन सकती है। इस समयावधि में आमदनी बढ़ाने पर आपका ध्यान रहेगा और स्थितियां आपके अनुकूल न रहीं तो आप व्यथित भी हो सकते हैं। आपको इस गोचर के दौरान धैर्य के साथ काम करें।
उपाय: प्रतिदिन मां लक्ष्मी की आराधना और मंत्र का पाठ करें।
4. कर्क राशि :
आपकी राशि से द्वादश भाव में मंगल का गोचर होगा। यह गोचर आपके लिए बहुत अच्छा नहीं है। इस गोचर के चलते आपको शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आप शारीरिक रुप से जितने सक्रिय रहेंगे उतना आपके लिए बेहतर रहेगा।
छात्रों जो विदेशों में जाकर पढ़ना चाहते हैं उन्हें इस दौरान प्रयासों में सफलता मिल सकती है। आर्थिक पक्ष को मजबूत करना चाहते हैं तो अच्छा बजट प्लान करें। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में गिरावट हो सकती है उनका ख्याल रखें। रक्त से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं और अनिद्रा के शिकार भी हो सकते हैं। स्वयं भी हर रोज व्यायाम करें
उपाय: प्रतिदिन ध्यान लगाएं और शिव जी से संबंधित मंत्र का जाप करें।
5. सिंह राशि :
आपके एकादश भाव में मगंल का गोचर होगा। इस गोचर के चलते उन्नति के पथ पर आप अग्रसर होंगे, आपकी सोच सकारात्मक रहेगी और आप अपने अंदर ऊर्जा महसूस करेंगे।
कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर पाने में आप समर्थ रहेंगे और आपके सीनियर आपके काम की इस समय तारीफ़ भी करेंगे। हालांकि लाभ की प्राप्ति आसानी से नहीं होगी ,लेकिन हर मुश्किल परिस्थिति का आप डटकर सामना करेंगे और हानि को भी लाभ में बदलने का आप साहस रखेंगे। इस दौरान आपके विरोधी परास्त होंगे।
प्रेम जीवन के लिए यह समय ज्यादा अनुकूल नहीं है प्रेमी के साथ कहासुनी हो सकती है। लंबी यात्राओं से इस दौरान फायदा होगा। अगर आप प्रॉपर्टी को बेचने का सोच रहे हैं तो यह समय इस काम के लिए अच्छा है इससे आपको फायदा हो सकता है।
उपाय: प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्र का जप करें।
6. कन्या राशि :
मंगल का गोचर आपकी राशि से दशम भाव में होगा। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों के लिए यह गोचर बहुत लाभदायक रहेगा। इस राशि के कई जातकों के करियर में इस दौरान उछाल देखने को मिलेगा। कार्यक्षेत्र में आपके अधिकारों में वृद्धि हो सकती है।
जो जातक अब तक बेरोज़गार हैं उन्हें जॉब मिल सकती है। हालांकि इस दौरान आपको अपने विरोधियों से सावधान रहने की जरूरत है, नहीं तो कोई आपके खिलाफ साज़िश कर सकता है।
इस गोचर के दौरान आपको अपने गुस्से पर काबू रखने की जरूरत है नहीं तो आप अपना काम खुद ही बिगाड़ सकते हैं। आपके जीवन साथी को इस दौरान किसी क़रीबी रिश्तेदार से कोई प्यारा तोहफ़ा मिल सकता है।
उपाय: विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत का जप करें।
7. तुला राशि :
आपकी राशि से मंगल ग्रह का गोचर नवम भाव में होगा। आय में वृद्धि के योग इस गोचर के दौरान बनेंगे। कार्य के संबंध में किसी यात्रा पर जाना हो सकता है।
पिता के साथ किस बात को लेकर वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। सामाजिक दृष्टिकोण से यह गोचर आपके लिए अच्छा रहेगा, लोगों के बीच अपने विचारों को अच्छी तरह से व्यक्त करने में आप समर्थ रहेंगे और इसके चलते आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी। ख़र्चों में थोड़ी वृद्धि हो सकती है।
उपाय: मंगलवार के दिन मसूर की दाल दान में दें।
8. वृश्चिक राशि :
मंगल ग्रह का गोचर आपके अष्टम भाव में हो रहा है। इस गोचर के दौरान आपको शारीरिक कष्ट हो सकते हैं। हालांकि इस गोचर से आपको अप्रत्याशित लाभ होने की भी संभावना है।
इस राशि के कुछ जातक इस दौरान उधार चुकाने में सफल होंगे।भाई-बहनों से कहासुनी की स्थिति बन सकती है। आप किसी से भी बहस करने से पहले यह जान लें कि वो किस बात को लेकर गुस्से में हैं। बहसबाजी करने से बेहतर होगा आप समस्या का हल ढूंढे।
उपाय: देवी-देवताओं की आराधना करें और ध्यान लगाएं।
9. धनु राशि :
आपकी राशि से सप्तम भाव में साहस और पराक्रम के कारक ग्रह, मंगल गोचर करेंगे। सप्तम भाव को विवाह भाव भी कहा जाता है। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को इस दौरान कार्यक्षेत्र में पदोन्नति मिल सकती है।
आर्थिक पक्ष इस गोचर के चलते मजबूत होगा और आप धन की बचत कर पाएंगे। मानसिक तनाव को दूर करने के लिए इस दौरान काम से छुट्टी लेकर किसी हिल स्टेशन पर जाना आपके लिए फ़ायदेमंद रहेगा।
इस दौरान आपके जीवनसाथी के व्यवहार में आक्रामकता देखने को मिल सकती है जिससे आपके रिश्ते में दूरियां आ सकती हैं। इन दूरियों को मिटाने के लिए आप दोनों को आपस में बात करने की जरूरत है।
उपाय: प्रतिदिन सूर्य को जल का अर्घ्य दें।
10. मकर राशि :
आपकी राशि से षष्टम भाव में मंगल का गोचर होगा। इस समयावधि में कानूनी मामलों में आपको सफलता मिलने के योग हैं। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए ज्यादा प्रयास करने होंगे, इस दौरान कुछ जातकों को काम के संबंध में किसी यात्रा पर जाना पड़ सकता है।
गुस्से पर इस दौरान काबू रखने की जरूरत है। जहां पर आपको लगे कि वाद-विवाद की स्थिति बन रही है वहां से दूरी बना लें। ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है। आपके जीवन साथी का ट्रांसफर होने के भी इस दौरान योग बन रहे हैं। किसी भी प्रकार के शक को इस समय अपने दिल में जगह न बनाने दें।
उपाय: श्री गणेश जी की आराधना करें और उन्हें मोदक का भोग लगाएं।
11. कुंभ राशि :
आपकी राशि से मंगल ग्रह पंचम भाव में गोचर करेंगे। इस राशि के नौकरी पेशा लोग इस समयावधि में नई संस्था से जुड़ने का विचार बना सकते हैं। इस गोचर के चलते प्रेम जीवन में आपको तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
छोटी-छोटी बातों को लेकर इस दौरान जीवनसाथी या प्रेमी के साथ आपके विवाद हो सकते हैं। सामाजिक जीवन में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे और किसी नए शख्स से आपका अच्छा जुड़ाव हो सकता है। आपके जीवनसाथी के लिए यह गोचर अच्छा रहेगा और उन्हें किसी तरह का लाभ इस गोचर के चलते हो सकता है।
उपाय: मंगलवार के दिन गुड़ एवं लाल मसूर की दाल दान करें।
12. मीन राशि :
इस दौरान आपकी राशि से चतुर्थ भाव में मंगल का गोचर होगा। इस भाव को सुख भाव भी कहा जाता है। आपके चतुर्थ भाव में मंगल का गोचर आपको मिलेजुले परिणाम देगा।
घर किसी वरिष्ठ सदस्य से वैचारिक मतभेद की स्थिति में खुद को शांत रखने की कोशिश करें बहस करने से बात बिगड़ सकती है। वहीं कार्यक्षेत्र में इस दौरान आपको अच्छे फल मिलेंगे और आप कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। इसका आपको लाभ भी प्राप्त होगा। इस दौरान आप नया वाहन या प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं।
उपाय: प्रतिदिन हनुमान जी की उपासना करें।
जानिये राशि पर ग्रहों के गोचर की अवधि...
ग्रह | अवधि |
सूर्य | एक माह |
चंद्रमा | सवा दो दिन |
मंगल | क़रीब डेढ़ माह |
बुध | लगभग 14 दिन |
बृहस्पति | एक वर्ष |
शुक्र | लगभग 23 दिन |
शनि | दो से ढ़ाई वर्ष |
राहु | एक से डेढ़ वर्ष |
केतु | एक से डेढ़ वर्ष |
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