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भोपाल/ कोलार. जलसंकट से निजात दिलाने के वादे तो अकसर किए जाते हैं, पर ये वादे हकीकत नहीं बन सके हैं। पानी हमेशा से ही कोलार के रहवासियों के लिए परेशानी का सबब रहा है। कुछ दिन पूर्व ही वार्ड 83 की पार्षद और जोन 18 की अध्यक्ष मनफूल मीना ने नगर निगम अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए जोन कार्यालय के सामने धरना दिया था।
इस दौरान अधिकारियों ने क्षेत्र में जल आपूर्ति सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया था और क्षेत्र में पानी की टंकियां रखवाई गई थीं, पर इन टंकियों तक पानी नहीं पहुंच सका है। जोन अध्यक्ष मनफूल मीना का आरोप है कि अधिकारियों की अनदेखी के कारण रहवासियों को जलसंकट से जूझना पड़ रहा है।
जरूरत 150 की, दी गईं सिर्फ 13 टंकियां
जोन अध्यक्ष मनफूल मीना के मुताबिक जोन 18 में विभिन्न रहवासी क्षेत्रों में रखी गई टंकियां जर्जर हो चुकी हैं। इसके कारण इनमें पानी भरा ही नहीं जा सकता। वार्ड 83 में स्थित ओमनगर, अब्बास नगर, विनीत कुंज सहित दर्जनों कॉलोनियों की बीस हजार से अधिक आबादी जर्जर पानी की टंकियों के कारण जलसंकट से जूझ रही है। मनफूल मीना के मुताबिक जोन 18 में 150 से अधिक टंकियों की आवश्यकता है, पर फिलहाल 13 टंकियां ही दी गई हैं, जो कि नाकाफी है।
सीधी बात
आशीष मार्तण्ड, एई, जलकार्य विभाग
कोलार में जर्जर हो चुकी टंकियां क्यों नहीं बदली गई हैं?
-वार्ड 83 में 13 टंकियां बदली गई हैं। फिलहाल केरवा प्रोजेक्ट का कार्य चल रहा है। फिलहाल इसे ही प्राथमिकता में लिया गया है।
टंकियां नहीं दिए जाने पर जोन अध्यक्ष ने धरना दिया था, फिर भी स्थिति जस की तस है।
-धरना देने की कोई जरूरत नहीं थी। महापौर ने पहले ही टंकियां रखवाने के निर्देश दिए थे।
. टूटी टंकियों को कब तक बदला जाएगा?
-इस बारे में कुछ नहीं कह सकता, जल्द ही समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा।
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