
सवाईमाधोपुर . प्रदेश में अब उद्यान विभाग अमरूद, संतरा, मौसमी व टिश्यूकल्चर अनार के पौधों की खरीद नहीं करेगा। पहली बार ऐसा होगा जब राज्य सरकार ने विभाग को पौधों की खरीद अपने स्तर पर नहीं करने के आदेश जारी किए हैं। जारी आदेश के तहत किसान पौधों की खरीद अपने स्तर पर ही करेंगे। उन्हें प्रति पौध अनुदान दिया जाएगा। गौरतलब है कि सवाईमाधोपुर जिले में अमरूद की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है।
हर साल लाखों पौधे अमरूद के लगाए जाते हैं। पिछले साल तक उद्यान विभाग किसानों के लिए उत्तरप्रदेश की नर्सरियों से पौधे खरीद कर मंगवाता था और किसानों को रियायती दरों पर उपलब्ध कराया जाता था। लेकिन इस बार कोई पौधा नहीं मंगवाया जाएगा।
किसान सीधे खरीद करेंगे: उद्यान विभाग के अनुसार अब किसान राज्य या राज्य के बाहर की नर्सरियों से इन किस्मों के पौधे सीधे ही खरीद कर सकेंगे। उन्हें अमरूद एल 49 या इलाहबादी सफेदा पौधे के लिए 21 रुपए प्रति पौधा अनुदान दिया जाएगा। इसी प्रकार संतरा नागपुरी के लिए प्रतिपौधा 15 रुपए, मौसमी न्येसेलर के लिए 20 रुपए प्रतिपौधा, ट्श्यिूकल्चर अनार के लिए 35 रुपए प्रतिपौधा अनुदान दिया होगा।
पंजीकृत नर्सरियों से ही खरीदेंगे: राज्य सरकार ने ये भी आदेश दिए हैं कि किसान राज्य या राज्य के बाहर की सिर्फ पंजीकृत नर्सरियों से ही अमरूद के या निर्धारित अन्य पौधे खरीद सकेंगे। उन्हें नर्सरी से खरीद का बिल भी लेना होगा। ये बिल व अन्य दस्तावेज किसान उद्यान विभाग के कार्यालय में देगा।
जिला कमेटी करेगी सत्यापन : इसके बाद जिला उद्यान अधिकारी ये सुनिश्चित करेगा किसान ने क्रय किए गए पौधों से बगीचों की स्थापना कर ली गई है। वहीं जिला स्तरीय कमेटी के माध्यम से भौतिक सत्यापन कर लिया है। इसके बाद उसे राशि का भुगतान किया जाएगा।
पिछले साल मंगवाए थे डेढ लाख पौधे : उद्यान विभाग ने पिछले साल जिले में डेढ़ लाख पौधे मंगवाए थे। ये पौधे उत्तरप्रदेश की नर्सरियों से खरीदे थे। मंगवाए पौधे किसानों ने खरीदे थे।
खरीद का क्यों बदला नियम : सरकारी स्तर पर खरीदे गए पौधों के प्रति किसानों का रुझान कम होता है। क्योंकि विभाग की ओर से सीमित मात्रा में अमरूद के किस्मों के पौधे मंगवाए जाते हैं, जबकि नर्सरियों में कई नई किस्म के पौधे आ गए हैं, जो अच्छे फल देते हैं। ऐसे में किसान नई किस्म के पौधे खरीदने के प्रति ज्यादा उत्साहित नजर आता है। ज्यादातर किसान बर्फखान या गोला किस्म के पौधे ज्यादा खरीदता है। जबकि विभाग इसे नहीं मंगवाता है। क्योंकि विभाग की नजर में ये कोई किस्म नहीं है, सिर्फ नर्सरी संचालकों की ओर से दिए गए नाम हैं।
- इस बार विभाग की ओर से अमरूद, संतरा, मौसमी व अनार के किस्म के पौधों की खरीद नहीं की जाएगी। किसान अपनी रुचि के अनुसार कहीं से भी पौधा खरीद सकता है। बिल देकर अनुदान प्राप्त कर सकता है।
सीपी बढ़ाया, सहायक निदेशक, उद्यान विभाग, सवाईमाधोपुर
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