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भोपाल। भोजपुरी फिल्मों की मशहूर एक्ट्रेस मोनलिसा जल्द ही वे स्टार प्लस के शो 'नजर' में सुपर नेचरल पावर से लैस एक डायन के किरदार में नजर आएंगी। 125 से ज्यादा भोजपुरी फिल्में कर चुकी मोनालिसा इस सीरियल से डेली सोप में डेब्यू कर रही हैं। मंगलवार को वे शो प्रमोशन के लिए पत्रिका ऑफिस पहुंची। इस दौरान उन्होंने बिंदास तरीके से हर सवाल का जवाब दिया।
मोनालिसा ने कहा कि सेक्सी और हॉट शब्द पहले नेगेटिव हुआ करते थे लेकिन आजकल ये प्लस प्वाइंट है। मैं खुद को हॉट एंड सेक्सी मानती हूं और मुझे कोई हॉट कहकर बुलाता है तो बहुत अच्छा लगता है। हॉट और सेक्सी को मैं बुरा नहीं मानती, यह मेरे लिए बिग टाइम कॉम्प्लीमेंट है। हां, मुझे ब्यूटी विद ब्रेन कहना गलत होगा (हंसते हुए) क्योंकि मुझे ब्रेन को लेकर खुद थोड़ा डाउट रहता है।
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अंतरा नाम से ही हैं पासपोर्ट और सभी डॉक्यूमेंट
दो नाम की पहचान के सवाल पर मोनालिसा बोलीं कि मुझे एस्ट्रोलॉजर्स ने कहा था इसलिए मैंने अपना स्टेज नेम बदला, मोनालिसा नाम इसलिए रखा क्योंकि मुझे एस्ट्रोलॉजर्स ने कहा था नाम 'एमÓ से ही रखना है और मेरे जेहन में पहला नाम मोनालिसा ही आया। लेकिन मेरा वोटर आईडी, पैन कार्ड, पासपोर्ट समेत सभी डॉक्यूमेंट अंतरा बिस्वास नाम से ही हैं।
'नजर' में बनी हूं सुपर नेचरल पावर्स से लैस डायन
मोनालिसा ने बताया कि सीरियल 'नजर' में मेरे करैक्टर का नाम मोहना है, जो कि सुपर नेचरल पावर्स से लैस एक डायन है। हमनें बचपन से डायन या चुड़ैल के बारे में सुना है लेकिन इस सीरियल की चुड़ैल बहुत खतरनाक है। वो अगर किसी से नाराज हो जाए तो उसे छोड़ती नहीं है। उसके पैर उलटे हैं। उसकी सारी ताकत उसकी चोटी में है, उसकी काली नजर है। अब लगता है कि बचपन में सुनी चुड़ैले या डायनें और भी ज्यादा खतरनाक होती हैं। इस शो से पहले मैंने 1921 और भूलभुलैया जैसी फिल्में भी कई बार देखीं लेकिन मेरी एक्टिंग इससे इंस्पायर नहीं है। मैं पहली बार नेगेटिव कैरेक्टर कर रही हूं।
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एक इंसीडेंट के बाद से मानने लगी सुपर नेचुरल पावर
मैं भूत-प्रेत में विश्वास नहीं करती थी लेकिन कुछ दिन पहले दिल्ली में शूटिंग के दौरान मेरे साथ कुछ ऐसा हो गया कि मुझे सुपर नेचुरल पावर पर विश्वास हो गया। मैं महरौली के पास एक फॉर्म हाउस में शूटिंग कर रही थी। दोपहर के वक्त जब मैं अपने रूम में रेस्ट कर रही थी। मैंने बाहर का दरवाजा खुद अंदर से लॉक किया और बीच का दरवाजा खुला था। थोड़ी देर बाद जब शोर से मेरी आंख खुली तो मैं हैरान रह गई। बीच का दरवाजा लॉक था और कोई उसे तेजी से पीट रहा था, जबकि कमरे में मेरे अलावा कोई और नहीं था। मैं काफी डर गई थी और मैंने शोर मचाकर पूरी यूनिट को बुला लिया था, उस दिन से मुझे सुपर नेचरल पावर पर यकीन हो गया।
कॉल आया तो मैं बोली- आज ही आ जाती हूं
मोनालिसा ने बताया कि मुझे अंजान नंबर से कॉल आया और वो बोले मैं फोर लाइंस प्रोडक्शन हाउस से अब्बास बात कर रहा हूं। मैंने कहा, बताएं, वो बोले कि हम आपको अपने नए शो में कास्ट करना चाहते हैं कि आप आकर मिल सकती हैं क्या? मैंने जब स्टार प्लस का नाम सुना तो कहा अरे मैं आज ही फ्री हूं, बताइए कब आ जाऊं, तो वो बोले कि हम आपको कॉल करेंगे। चार दिन बाद फिर कॉल आया, यह मैं ही जानती हूं कि वो चार दिन मैंने कैसे बिताए? मैं काफी नेगेटिव इंसान हूं। इसलिए जब तक कोई काम हो ना जाए, तब तक मैं उस पर विश्वास नहीं करती। मैंने शूटिंग शुरू होने पर भी अपने जानकारों को इस शो के बारे में नहीं बताया था। मुझे डर लगता था कि कहीं किसी की नजर ना लग जाए।
चित्रहार और रंगोली से सीखती थी डांस स्टेप्स
मोनालिसा ने बताया कि 10वीं पास करने के बाद से ही मैं फाइव स्टार होटल में फ्रंट ऑफिस जॉब करती थी। उस दौरान बांग्ला फिल्म के एक बहुत बड़े डायरेक्टर ने मुझे पहली बार कहा कि तुम्हें फिल्मों में ट्राई करना चाहिए हालांकि उन्होंने मुझे कभी किसी फिल्म में मौका नहीं दिया। मैं चित्रहार और रंगोली देखकर डांस सीखती थी और वो मुझे डांस स्टेप बाय हार्ट याद रहते थे। मैं डांस के लिए कभी मना नहीं करती हूं।
बॉलीवुड में सिर्फ सेक्स और एक्सपोजिंग का ही मौका मिला
मैंने एक्टिंग की शुरूआत कोलकाता से की लेकिन जब वहां मौका नहीं मिला तो मुम्बई शिफ्ट हो गई। वहां मुझे कुछ स्मॉल बजट मूवीज मिली, वहां पूरा फोकस सेक्स और एक्सपोजिंग पर ही होता था, एक्टिंग का कोई मौका नहीं मिला। इसके बाद अजय देवगन सर के साथ ब्लैकमेल फिल्म में एक आइटम सॉन्ग मिला लेकिन वो सॉन्ग हिट नहीं हुआ। फाइनली 2007 में मुझे भोजपुरी सिनेमा के बड़े बैनर की मूवी मिली जिसमें मेरे अपोजिट सुपरस्टार दिनेश लाल यादव थे, मेरी वो फिल्म मेरी बहुत चली। इसके बाद मुझे वहां कई फिल्में मिलीं।
बगैर देखे भोजपुरी को वल्गर कहना गलत
भोजपुरी सिनेमा को हां इसलिए कहा क्योंकि स्टोरी बैनर और मेरा रोल अ'छा था। बॉलीवुड में इतनी सारी स्मॉल बजट मूवी करने के बाद पहली बार मुझे वहां एक्टिंग करने का मौका मिला। भोजपुरी वल्गर नहीं है लेकिन बहुत से लोग बिना भोजपुरी सिनेमा देखे ही उसे वल्गर करार कर देते हैं। जिस तरह बॉलीवुड में भी अ'छी और खराब फिल्में होती हैं ठीक उसी तरह भोजपुरी में अ'छी और खराब फिल्में होती हैं। बॉलीवुड में भी ए, बी और सी कैटेगरी की फिल्में बनती हैं ठीक उसी तरह भोजपुरी सिनेमा भी ऐसी फिल्में बनती हैं और यह हर इंडस्ट्री में होती हैं।
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