
कोटा . पांचवे दीक्षांत समारोह में अतिथियों को खराब खाना परोसे जाने की शिकायत ने कोटा विश्वविद्यालय की साख को दांव पर लगा दिया है। समारोह में शामिल अतिथियों ने इसकी शिकायत सरकार और राजभवन तक कर दी। जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने आनन-फानन में इस लापरवाही के लिए जिम्मेदारी तय करने को जांच बिठा दी है।
Big News: राजस्थान पुलिस ने सरकार को चेताया, 2 दिन बाद हाड़ौती में बिगड़ जाएगी कानून व्यवस्था!
कोटा विश्वविद्यालय के पांचवे दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाले छात्रों और अतिथियों के खाने-पीने की व्यवस्था करने के लिए दिल्ली की फर्म ताज कैटर्स को करीब 4 लाख रुपए का टेंडर दिया था। जिसमें तीन अप्रेल को रिहर्सल के दौरान 200 लोगों के स्वल्पाहार और 40 लोगों के खाने का इंतजाम किया जाना था। जबकि चार अप्रेल को सुबह 70 विशिष्ठ अतिथियों के लिए नाश्ता, राज्यपाल एवं उच्च शिक्षा मंत्री समेत 450 अतिथियों के लिए लंच और 400 विद्यार्थियों के लिए फूड पेकिट्स बनाए जाने थे।
Read More: मौसम विभाग की चेतावनी: राजस्थान के लिए बेहद खतरनाक है यह 5 दिन, भूलकर भी घर से बाहर न रखे कदम
कमेटी फेल, हुई शिकायत
विश्वविद्यालय ने खाना सर्व करने से पहले उसकी गुणवत्ता की जांच करने के लिए कमेटी भी गठित की थी, लेकिन कमेटी ने इस बाबत कोई ध्यान ही नहीं दिया। अव्यवस्थाओं से परेशान हुए अतिथियों ने इसकी शिकायत सरकार और राजभवन तक कर दी। उच्च स्तर पर मामला उठने के बाद विवि प्रशासन ने केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. भवानी सिंह, असिस्टेंट रजिस्ट्रार एचएस शक्तावत और एओ प्रहलाद मीणा की सदस्यता में कमेटी गठित कर जांच शुरू कर दी। जो 31 मई तक अपनी जांच पूरी कर अव्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदारी तय करेगी।
Special News: कोटा में रोजाना 2.58 करोड़ की पड़ रही गर्मी!
घी और ड्राईफ्रूट्स ने बिगाड़ा खेल
टेंडर जारी करते समय विवि ने अमूल ब्रांड के देशी घी और सोना सिक्का ब्रांड के मूंगफली तेल में ही खाना बनाए जाने की अनिवार्यता रखी थी, लेकिन सारा खाना रिफाइंड में बना दिया गया। वहीं लंच से पहले दिए जाने वाले स्टार्टर से सूप और मिठाइयों में से राजभोग और संगम बर्फी गायब हो गई। खराब गुणवत्ता के साथ-साथ खाना कम भी पड़ गया।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2JjlRRA
No comments:
Post a Comment