
भोपाल। कमला नगर थाना इलाके में बुधवार को पुलिसकर्मियों द्वारा की गई आबकारी एक्ट की कार्रवाई के विरोध में स्थानीय रहवासियों और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया। इस दौरान लोगों ने टीआई पर जबरन उगाही की बात कहते हुए जमकर नारेबाजी की।
दरअसल बुधवार देर रात कमला नगर थाना पुलिस ने कोटरा सुल्तानबाद, बापू नगर एरिया से 7-8 युवकों को पूछताछ के लिए उठाया था। युवकों के परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों द्वारा बेवजह थाने लाया गया। जब परिजन थाने पहुंचे, तो उन्हें यह कहकर चलता कर दिया गया कि गुरुवार को टीआई से मिल लेना।
वहीं रहवासियों का कहना है कि अगले दिन जब वह लोग थाने पहुंचे, तो टीआई आशीष भट्टाचार्या ने इन युवकों के साथ थाने गए मोनू आगरिया को छोडऩे की एवज में 15-20 हजार रूपए देने की बात कही।
युवक के बड़े भाई पींटू विश्वकर्मा ने बताया कि जब उन्होंने पैसे देने में असमर्थता जताई, तो शुक्रवार को टीआई ने जबरन युवक पर आबकारी एक्ट का मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तार कागजों में दर्ज करा दी।
250 लोगों ने किया थाने का घेराव
इस मामले की शिकायत युवक के परिजनों ने पुलिस के आला अधिकारियों और विधायक उमाशंकर से की। लेकिन जब युुवक पर लगे आरोप नहीं हटाए गए, तो आक्रोशित लोगों ने मंगलवार सुबह करीब 11 बजे कमला नगर थाने का घेराव कर टीआई के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आनन-फानन में कर दिया रिलीव...
कमला नगर थाना टीआई आशीष भट्टचार्या का पूर्व में ही तबादला हो चुका है। लेकिन आबकारी एक्ट के तहत की गई कार्रवाई के बाद, रहवासियों द्वारा टीआई की शिकायत स्थानीय विधायक उमाशंकर गुप्ता से की गई, जिसके बाद विधायक द्वारा इस मामले की जांच के निर्देश डीआईजी को दिए गए।
इसके बाद आनन-फानन में आला अधिकारियों ने सोमवार रात टीआई को रिलीव कर दिया।
मेरे छोटे भाई और 7 युवकों को बुधवार रात कमला नगर थाने के दो सिपाही ऋषि और जादौन जबरन थाने ले गए थे। जब हम वहां पहुंचे, तो पुलिसकर्मियों द्वारा हमें वहां से यह कहते हुए लौटा दिया कि पूछताछ के बाद तुम्हारे भाई को वापस घर भेज देंगे। लेकिन जब अगले दिन हम थाने गए, तो टीआई आशीष भट्टाचार्या ने हमसे कहा कि १५-२० हजार रूपए दे दो और अपने भाई को ले जाओ। हमने पैसे देने से इंकार किया, तो टीआई ने जबरन मेरे भाई मोनू आगरिया पर आबकारी एक्ट का मामला दर्ज कर दिया।
- पिंटू आगरिया, पीडि़त का भाई
अधिकारियों ने दिया निष्पक्ष जांच का आश्वासन
बीजेपी कार्यकर्ता हेमंत ठाकुर और मनोज जाट ने बताया कि हमने सोमवार को एक लिखित आवेदन एएसपी धर्मवीर यादव को सौंपा है। एएसपी द्वारा ३ दिन में मामले में निष्पक्ष जांच करने का आश्वासन दिया है।
इधर, नियमों को ताक पर रखकर की जा रही अवैध वसूली
शहर को स्मार्ट और जाम के हालात से लोगों को निजात दिलाने के लिए बनाई गई स्मार्ट पार्किंग में अव्यवस्थाओं का जमावड़ा लगा हुआ है। यहां कर्मचारियों द्वारा नियमों को ताक पर रखकर लोगों से अवैध वसूली की जा रही है। यहां अवैध वसूली हबीबगंज थाने के ठीक सामने की जा रही है। लेकिन जिम्मेदारों द्वारा इस ओर ध्यान देने की जरूरत ही नहीं समझी जा रही।
हबीबगंज थाने के ठीक सामने करीब २ वर्ष पहले नगर निगम द्वारा शहर की पहले स्मार्ट पार्किंग की शुरूआत की थी। यहां वाहनों के एंट्री और एक्जीट के लिए बूम बैरियर लगवाए गए थे। यहां निगम द्वारा कर्मचारियों को वाहन पार्क करने वाले लोगों को बकायदा ई-स्लिप देने के लिए मंशीन उपलब्ध करवाई गई थी। लेकिन कर्मचारियों द्वारा लोगों से हबीबगंज में वाहन पार्क करने के एवज में जबरन वसूली की जा रही है।
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