![](https://new-img.patrika.com/upload/2018/08/25/shramik_card_dark_orenge_3307210-m.jpg)
भोपाल. प्रदेश में तकरीबन 2 करोड़ असंगठित मजदूरों को बांटे जाने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फोटो वाले स्मार्ट कार्ड का भगवाकरण किया जा रहा है। सरकार ने आदेश में हल्के नारंगी रंग के कार्ड छापने को कहा है, लेकिन मौखिक तौर पर जिलों में वेंडरों से गहरे नारंगी रंग (भगवा) में छापने का दबाव बनाया जा रहा है। कई जिलों में कार्ड छप चुके हैं। इनमें आगर-मालवा, सतना, बड़वानी, अनूपपुर, सीहोर आदि शामिल हैं।
यह दिया जा रहा तर्क
श्रम विभाग के आदेश में नारंगी रंग के 300 जीएसएम व 30 माइक्रोन लेमिनेशन शीट पर स्मार्ट कार्ड छापने को कहा गया है। जिला स्तर पर वेंडरों से कहा जा रहा है कि हल्के नारंगी रंग के कार्ड पर श्रमिक का नाम, जन्म तिथि, गांव सहित अन्य जानकारी साफ तौर पर उभर कर नहीं आ रही है। कार्ड पर मुख्यमंत्री का फोटो भी साफ नहीं दिख रहा है, इससे गहरे नारंगी रंग का कार्ड छापा जाए, ताकि प्रिंटिंग साफ दिखाई दे।
टेंडर का स्पेसिफिकेशन भी बन रहा मुसीबत
स्मार्ट कार्ड के टेंडरों में श्रमिकों की जानकारी वेरिएबल ब्लैक कलर से प्रिंट करने का तो उल्लेख कर दिया, लेकिन कार्ड के बैकग्राउंड में नारंगी रंग का कौन सा शेड इस्तेमाल होगा, इसके बारे में न तो टेंडर में कुछ बताया गया न ही सरकारी निर्देशों में। इससे अधिकांश वेंडरों ने कार्ड के बैकग्राउंड में स्मूथ ऑरेंज फिल कलर इस्तेमाल कर लिया, ताकि श्रमिक की जानकारी उभर आए, लेकिन जिला प्रशासन इसे बदलकर डार्क ऑरेंज कलर करवाना चाहते हैं।
जिपं छपवा रहे कार्ड, उन्हें ही बताएं परेशानी
&कार्ड जिला पंचायतों के माध्यम से छपवाए जा रहे हैं। जहां किसी को भी किसी तरह की समस्या आ रही है, वो संबंधित जिलों में जाकर अपनी समस्या रखें, उसका समाधान किया जाएगा। रंग से लेकर स्पेसिफिकेशन की आपके पास कोई शिकायत आई है तो संबंधित जिलों में इसे ठीक करवाया जाएगा।
बालकृष्ण पाटीदार, श्रम राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
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