
भोपाल। मध्यप्रदेश की सरकार के सामने एक बार फिर परेशानियां खड़ी हो गई है। ये परेशानी केवल विपक्षी दलों द्वारा सरकार का विरोध न हो कर उससे कहीं बड़ी है। इस संबंध में सामने आई खुफिया रिपोर्ट ने तो सरकार तक की नींद उड़ा कर रख दी है। जिसके चलते प्रदेश में एक बार फिर Alert की स्थिति पैदा हो गई है।
दरअसल मध्यप्रदेश में एक बार फिर विभिन्न मांगों को लेकर किसान संगठनों की 1 से 10 जून तक आंदोलन की चेतावनी दे दी है। जिसके बाद से उन पर लगातार नजर रखने के अलावा कई स्तरों पर उन्हें समझाने की कवायद भी चल रही है।
लेकिन इस बीच सामने आई खुफिया रिपोर्ट ने सरकार की नींद उड़ा के रख दी है। सूत्रों के अनुसार मप्र पुलिस की खुफिया रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि किसान आंदोलन की आड़ में रमजान के दौरान साम्प्रदायिक हिंसा भड़क सकती है।
मप्र पुलिस के इंटेलीजेंस आईजी ने भी इस तरह की आशंका की पुष्टि की है। इस खुफिया रिपोर्ट के सामने आने के बाद सरकार तत्काल हरकत में आ गई।
इसी के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को मंत्रालय में पुलिस के आला अधिकारियों की बैठक ली। साथ ही मैदानी अफसरों से वीडियो काफ्रेंसिंग के जरिए कहा कि किसी भी स्थिति में कानून-व्यवस्था नहीं बिगड़नी चाहिए।

राहुल गांधी आएंगे...
पिछले साल 1 से 10 जून तक हुए किसान आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा से मालवा एवं निमाड़ क्षेत्र के हालात बेकाबू हो गए थे। साथ ही मंदसौर में गोलीकांड के दौरान 6 किसानों की मौत हुई।
किसान संगठन इस बार फिर आंदोलन करने जा रहे हैं। साथ ही चुनावी साल में कांग्रेस किसान गोलीकांड की बरसी पर मंदसौर के हाटपीपल्या में बड़ी सभा करने जा रही है, जिसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी आएंगे।
ये है रिपोर्ट में...
सामने आ रही जानकारी के अनुसार मप्र पुलिस की खुफिया बिंग के पास जो इनपुट आए हैं, उनसे सरकार की नींद उड़ गई है।
इसके अनुसार इंटेलीजेंस की ओर से दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मौखित तौर पर बताया गया कि किसान आंदोलन के दौरान कई ताकते सक्रिय रहकर, राज्य में सांप्रदायिक तनाव फैला सकती हैं। किसान आंदोलन के दौरान रमजान भी रहेगा। इसी का फायदा लेकर कुछ असामाजिक तत्व फिजा बिगाड़ सकते हैं।
इन जगहों की खास चिंता...
रिपोर्ट में मालवा-निमाड़ एवं भोपाल संभाग के जिलों की स्थिति को लेकर चिंता जताई गई। इसके बाद मुख्यमंत्री ने आनन-फानन में पुलिस की सभी बिंग के अफसरों की बैठक बुलाई और निर्देश दिए कि हर स्थिति पर नजर रखी जाए।
आला अधिकारी करेंगे दौरे...
खुफिया रिपोर्ट के बाद पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को अलर्ट जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री ने पुलिस मुख्यालय को निर्देश दिए हैं कि संवेदनशील जिले मंदसौर, नीमच, इंदौर, धार, उज्जैन, देवास, शुजालपुर, आगर-मालवा, रतलाम, खंडवा, खरगौन में आला अधिकारियों को भेजा जाए।
28 मई के बाद इंदौर, उज्जैन, रतलाम, जबलपुर, शहडोल संभाग में पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों के दौरे बढ़ेंगे। 1 से 10 जून के बीच आला अधिकारी जिला मुख्यालयों पर डेरा डालेंगे। संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त बल भेजा जाएगा। सभी बटालियन को फोर्स तैयार रखने को कहा गया है।
प्रदेश भर में अलर्ट जारी...
पुलिस मुख्यालय रमजान के चलते पहले से ही सभी जिलों को कानून-व्यवस्था की दृष्टि से अलर्ट जारी कर चुका है। पीएचक्यू ने सभी एसपी से कहा है कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जाए। रमजान के दौरान खुफिया तंत्र के माध्यम से जन सामान्य के बीच भी पैठ बनाएं।
सभी जिलों में करेंंगे आंदोलन...
वहीं किसान संगठन चेतावनी दे चुके हैं कि इस बार 1 से 10 जून तक गांव से सब्जी, दूध एवं अन्य सामग्री शहर नहीं आएगी। न ही शहर की सामग्री बाहर आएगी। आंदोलन के लिए प्रदेश में कई किसान संगठन सक्रिय हैं।
वहीं किसान संगठन भारतीय मजदूर किसान यूनियन समेत अन्य संगठनों का दावा है कि प्रदेश भर में गांव से किसान शहर नहीं आएंगे। इस संबंध में सरकार को आंदोलन के संभव में सूचना भी दी जा चुकी है।
पुलिस की छुट्टिंया हुईं निरस्त...
पुलिस की खुफिया बिंग को किसान आंदोलन को लेकर मिले इनपुट के आधार पर पुलिस मुख्यालय ने आगामी आदेश तक सभी पुलिस कर्मियों की छुट्टियां निरस्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
खुफिया जानकारी में यह बात भी सामने आई है कि प्रदेश के कई जिलों में किसान आंदोलन पर उतरेंगे। ऐसे में पिछले साल के किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा से सबक लेते हुए पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है।
वहीं आईजी इंटेलीजेंस मकरंद देवस्कर का कहना है कि किसान आंदोलन की आड़ में सामाजिक तत्व सांप्रदायिक तनाव पैदा न कर दें। इसे देखते हए कानून-व्यवस्था को लेकर सभी एसपी को निर्देश जारी किए गए हैं।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2sfoxFC
No comments:
Post a Comment