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Thursday, July 26, 2018

12 हजार हेक्टेयर रकबा होगा सिंचित

श्योपुर । लंबे संघर्ष के बाद मिली ३५ गांव की नहर अब इस ऊहापोह में उलझ गई है कि इससे कितने गांव सिंचित होंगे। स्थानीय अफसर 12 हजार हेक्टेयर रकबे के सिंचित होने की बात बता रहे हैं और बोल रहे हैं कि इतना रकबा 35 गांव में ही है न की 20 गांव में। इसलिए योजना से पानी सभी 35 गांव को मिलेगा, मगर किस गांव को कितना मिलेगा और किसतरह मिलेगा यह स्थिति डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के लौटकर आने के बाद ही साफ हो सकेगी। जो अभी श्योपुर में नहीं है।


याद रहे कि35 गांव के लोग चंबल की मुख्य नहर से नवीन नहर की मांग कर रहे थे, जिसको लेकर उनके द्वारा आंदोलन से लेकर लंबा संघर्ष किया गया। परिणाम उन गांव को चंबल मुख्य नहर से पानी देने को लेकर डीपीआर बनी और अभी २१२ करोड़ रुपए की राशि भी उसके लिए मंजूर कर दी गई।जिसके टेंडर करने और योजना की मंजूरी को अभी गत सप्ताह केबिनेट की बैठक में भी मंजूरी दी गई है।


अपनी मांग के पूरा होने के बाद लोग खुश थे, मगर इसी बीच इस लिफ्ट योजना से सभी ३५ गांव को पानी न देने की बात सामने आ गई, जल संसाधन विभाग के अफसरों ने भी यह कहा कि ऐसा हो सकता है, यही वजह है कि लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं, हालांकि जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री एसडी गुप्ता का कहना है कि सभी 35 गांव की जमीन ही इस नवीन पे्रशर पाइप योजना से सिंचित होगी, जो डीपीआर बनाई गई है, वह ३५ गांव की 12 हजार हेक्टेयर जमीन के लिए ही बनी है।उसमें थोड़ा बहुत संशोधन तो तकनीकी स्तर पर संभव है, मगर गांव की संख्या कम होना संभव नहीं है। फिर भी जल्द ही डीपीआर आ जाएगी, जिसके बाद यह साफ हो जाएगा कि इस नहर से कितने गांव का कितना रकबा सिंचित होगा। कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग ने यह भी बताया है कि मूंझरी बांध परियोजना और आवदा बांध से भी उपरोक्त गांव का कुछ रकबा सिंचित होना प्रस्तावित किया गया है, मगर ऐसा नहीं है कि उन गांव का इस योजना से रकवा हटाया गया है।भौगोलिक स्थिति और प्रेशर से आने वाले पर्याप्त पानी की मात्रा के साथ योजना बनाई गई हैं।


लूंड से होगी पानी की सप्लाई
यहां बताना होगा कि ३५ गांव की नहर के लिए हिरनीखेड़ा पर चंबल मुख्य नहर से पानी लिफ्ट किया जाएगा। इसके बाद इसे लूंड लाया जाएगा। जहां से पाइपों के जरिए ३५ गांव के अधिकांश रकवे को प्रेशर पाइपों के जरिए कवर करते हुए १२ हजार हेक्टेयर रकबे को सिंचित किया जाएगा।



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