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भोपाल। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लडऩा कोई साधारण बात नहीं है। इसके लिए मजबूत इरादे और इच्छा शक्ति की आवश्यकता होती है। इसी लड़ाई पर आधारित एक किताब 'टच्ड बाय कैंसर' का विमोचन क्लब लिटराटी द्वारा गुरुवार को भोजपुर क्लब में किया गया। यह किताब डॉ. प्रीति मिश्रा ने कैंसर से लड़ाई पर आधारित अपने अनुभवों पर लिखी है। इसका प्रकाशन इंद्र पब्लिशिंग हाउस द्वारा किया गया है। किताब की राइटर प्रीति ने बताया कि 'मुझे ब्रेस्ट कैंसर था इसकी पहचान 2015 में हुई पर मैने हार नहीं मानी।
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मेरे पूरे परिवार ने इस बीमारी से लडऩे का फैसला किया। मेरे पति विनय मिश्रा और बच्चों की मदद से मेरी ये लड़ाई और भी आसान हो गई। मेरे ट्रीटमेंट के दौरान में कोई काम नहीं कर पाती थी। मेरे बच्चों ने पूरे काम का जिम्मा उठाकर हर हाल में मेरा साथ दिया। कीमोथैरेपी की वजह से मेरे पूरे बाल भी झड़ गए थे।
ऐसे में आप अपना आत्मविश्वास खो देते है। पर मेरा आईना मेरा परिवार था जिसने मुझे कभी भी इस बात का एहसास होने नहीं दिया। पूरे एक साल की लड़ाई के बाद में कैंसर से जीत पाई। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई को इलाज के साथ इच्छा शक्ति से ही जीता जा सकता है। क्योंकि इलाज के दौरान कई बार असहनीय दर्द से भी गुजरना पड़ता है। सिर्फ परिवार के साथ जीवन जीने के इच्छा शक्ति ही आपको जीने और संघर्ष करने की प्रेरणा देती है।
कैंसर पीडि़तों को करेगी गाइड
क्लब लिटराटी की प्रेसिडेंट डॉ. सीमा रायजादा ने कहा कि यह किताब सही मायनों में एक पूरी गाइड है जो कैंसर से लडऩे के तरीके के बारे में बताती है। प्रीति ने इसमें फूड थेरेपी पर भी बात की है। मैं उनके जज्बे को सलाम करती हूं। कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि स्वाथ्य कमिश्नर पल्लवी जैन गोविल मौजूद रहीं। कार्यक्रम का संचालन रुचि गोयल ने किया।
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