![](https://new-img.patrika.com/upload/2018/08/24/52_2_3308055-m.jpg)
भोपाल। किकी, आइस बकेट जैसे चैलेंज सोशल मीडिया पर छाए हैं। सोशल मीडिया के इसी मकडज़ाल में फंस युवाओं का मेंटल स्ट्रेस बढ़ा रहा है और सुसाइडल अटैक के मामले भी। इसे देखते हुए शहर के साइकेट्रिस्ट डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी ने 'से यूस टू लाइफ' चैलेंज शुरू किया है। इस चैलेंज से अब शहर के यूथ, प्रोफेशनल, ऑफिसर्स, डॉक्टर्स के साथ आम लोग भी जुड़ रहे हैं और खुशी के पलों को साझा कर रहे हैं। वे अन्य लोगों को भी खुशी के पल साझा करने का चैलेंज दे रहे हैं, ताकि सुसाइडल अटैक रोक सकें।
![dr](https://new-img.patrika.com/upload/2018/08/24/39_3308055-m.jpg)
मुझे जिंदगी से इश्क है
जीवन को न जीने का सिर्फ एक ही कारण होता है -असहनीय दु:ख। अपनी सबसे गहरी पीड़ा के पलों में मैंने धैर्य को अपना सबसे बड़ा सहारा बनाया है। दुख ने ही छोटे से सुख के भी सही मायने को समझाया। मुझे जीना है क्योंकि मुझे जिंदगी से इश्क है। जिंदगी से इश्क किया है तो इसकी दी हुई हर चीज सर माथे पर। क्या दु:ख और क्या सुख।
पल्लवी त्रिवेदी, एडिशनल एसपी
![dr](https://new-img.patrika.com/upload/2018/08/24/40_3308055-m.jpg)
मैं योद्धा की तरह तैयार
मैं एक योद्धा हूं। जीवन की हर जंग के लिए तैयार हूं। मेरा मानना है कि परेशानी के साथ मत रहो। उसे जल्द से जल्द खत्म करो। मैं एक बात मानती हूं कि मंजिलें मेरी अपनी हैं, रास्ते भी मैं खुद ही बना रही हूं... रास्तो तुम भी देखो, मैं अपनी मंजिलों से गले मिलने चली जा रही हूं...। ईश्वर का आभार, धन्यवाद मेरी हर सांस और चीज के लिए।
अभिलाषा श्रीवास्तव, रंगकर्मी
![dr](https://new-img.patrika.com/upload/2018/08/24/63_3308055-m.jpg)
जीवन एक उत्सव है
मेरे जीवन का आनंद अधिकाधिक ज्ञान की प्राप्ति है। ज्ञान से आत्मा की तृप्ति होती है और आत्मा की तृप्ति से और आनंद प्राप्त होता है। अत: मैं और ज्ञान की तलाश को तत्पर हूं। इस जीवन में मेरा उद्देश्य अपने अदृश्य आभामंडल के प्रभाव क्षेत्र में आने वाले मनुष्यों और जीवों को प्रसन्न करना है ताकि समाज में जीवन जीने को ग्लोरिफाई कर सकूं।
डॉ. वीरेन्द्र सिंह, चाइल्ड स्पेशलिस्ट
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2NffCNu
No comments:
Post a Comment