भोपाल। शारदीय नवरात्र उत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। श्रद्धालु शहर में पाकिस्तान की प्रसिद्ध हिंगलाज माता मंदिर और जैसलमेर की मां भवानी के दर्शन कर सकेंगे। दरअसल बिट्टन मार्केट में तैयार हो रही झांकी में हिंगलाज माता और मां भवानी के भव्य स्वरूप को तैयार किया जाएगा। शुक्रवार को इसके लिए भूमि पूजन किया गया। मां वैष्णव दुर्गा उत्सव समिति द्वारा तैयार की जाने वाली इस झांकी में एक महीने का समय लगेगा। समिति के संयोजक हरिओम खटीक बताते हैं कि करीब 50 लाख रुपए की लगात से बनने वाली इस झांकी को एक एकड़ में तैयार किया जाएगा।
दो मंदिरों की होगी झलक
समिति के मुताबिक झांकी में आने वाले श्रृद्धालु पहले पाकिस्तान के बलुचिस्तान स्थित मां हिंगलाज माता के दर्शन करेंगे। इसके लिए 50 फीट ऊंचा माता का मंदिर तैयार किया गया है। इसके बाद श्रृद्धालु मुख्य झांकी जैसलमेर की मां भवानी के मंदिर में प्रवेश करेंगे। इस मंदिर के शिखर की ऊंचाई करीब 80 फीट होगी। झांकी के लिए 55 कारीगर कलकत्ता से आए हुए हैं।
रेगिस्तान का होगा अहसास, झांकी में डाली जाएगी 50 ट्रक रेत
समिति के संरक्षक खटीक के मुताबिक दोनों मंदिर रेगिस्तानी क्षेत्र में हैं इसलिए श्रद्धालुओं को रेगिस्तान जैसा अनुभव हो इसलिए पूरी झांकी में रेत डाली जाएगी। यही नहीं यहां रेतीली हवाओं के आभास के लिए बड़े -बड़े ब्लोअर का इस्तेमाल भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि झांकी में करीब 40 से 50 ट्रक रेत डाली जाएगी।
जाने हिंगलाज माता के बारे में
हिंगलाज माता मंदिर, पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में करांची से 120 किमी हिंगोल नदी के तट पर स्थित है। यह इक्यावन शक्तिपीठ में से एक माना जाता है और कहते हैं कि यहां सती माता के शव को भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र से काटे जाने पर यहां उनका बह्मरंध्र (सिर) गिरा था। इसके अलावा दूसरा हिंगलाज माता मंदिर मप्र के छिंदवाड़ा जिले में है।
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