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भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के दूसरे दिन स्पीकर पद के चयन को लेकर हुए हंगामे के बीच विपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव का बहिष्कार कर दिया और सभी विपक्षी विधायक राजभवन से शिकायत करने के लिए रवाना हो गए।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं बुदनी से विधायक शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में लोकतंत्र की हत्या हुई है। शिवराज सिंह ने कहा कि वे भाजपा विधायक दल के साथ राजभवन तक पैदल मार्च कर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से शिकायत करेंगे।
इससे पहले सदन में कांग्रेस विधायक नर्मदा प्रसाद प्रजापति को कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। दूसरी ओर विपक्ष ने भी विधायक विजय शाह को अपना प्रत्याशी बनाकर उतार दिया। इसके बाद विपक्षी दल वोटिंग की मांग कर रहे थे, लेकिन प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना ने सभी मांग खारिज करते हुए कांग्रेस नेता एनपी प्रजापति को स्पीकर घोषित कर दिया। हंगामा के बीच विधानसभा की कार्रवाई दो बार स्थिगित करना पड़ी।
01.15 pm
विपक्षी दल मीडिया से चर्चा करते हुए चल रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मीडिया से कहा कि विपक्ष की तरफ से हमने विजय शाह को स्पीकर पद का उम्मीदवार बनाया था, लेकिन सत्ता पक्ष नहीं चाहता था कि वोटिंग हो।
01.11 pm
विपक्षी दल के विधायक राजभवन के करीब पहुंचे।
01.50 pm
विपक्षी दल के विधायक विधानसभा से पैदल मार्च करते हुए राजभवन के लिए रवाना हो गए हैं। वे वहां पहुंचकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर शिकायत करेंगे।
01,45 pm
उधर, विधानसभा में नर्मदा प्रसाद प्रजापति विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए। उन्हें 120 वोट मिले। जबकि विपक्ष की तरफ से सभी विधायक वोटिंग का बविष्कार कर राजभवन की तरफ कूच कर गए थे।
12.45 pm
विधानसभा में भारी हंगामे के बीच विपक्ष ने वोटिंग का बहिष्कार किया।
हंगामा करते हुए भाजपा विधायक सदन से बाहर आ गए और नारेबाजी करने लगे। विपक्ष की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इसेस लोकतंत्र की हत्या बताया। उधर, विपक्ष के हंगामे के बाद सत्ता पक्ष ने सदन में मत विभाजन की पेशकश की, लेकिन विपक्षी दल ने भी वोटिंग का विरोध किया। क्योंकि सत्ता पक्ष विजय शाह को छोड़ सिर्फ एनपी प्रजापति के लिए ही वोटिंग कराना चाह रही थी। इस पर वोटिंग का बहिष्कार करते हुए विपक्षी दल राजभवन की तरफ रवाना हो गए। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दोहराया कि लोकतंत्र का गला घोंटा गया है, इसकी शिकायत राजभवन पहुंचकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से करेंगे। चौहान अपने सभी विधायकों के साथ विधानसभा से राजभवन के लिए रवाना हो गए।
प्रजापति को मिले 120 वोट
मतदान के लिए लाबी में पहुंचे विधायकों ने वोट डाले। एनपी प्रजापति को 120 वोट मिले। एनपी प्रजापति को विधानसभा का अध्यक्ष घोषित कर दिया गया। उधर, विपक्षी की तरफ से एक भी वोट नहीं डाला गया। वे चुनाव का बहिष्कार कर राजभवन की तरफ कूच कर गए हैं।
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