
शिवपुरी/बदरवास/बैराड़. जिले के खरीदी केंद्रों पर किसानों के साथ हो रही लूटमार पर अंकुश लगाने के लिए अब प्रशासनिक अधिकारियों ने औचक निरीक्षण शुरू कर दिया। कोलारस एसडीएम प्रदीप तोमर ने जहां बदरवास के खरीदी केंद्र प्रबंधक के पिता को जेल भिजवा दिया, वहीं सहकारी निरीक्षक अनिल श्रीवास्तव को हटाकर उनके स्थान पर डीपी राठौर को नियुक्त किया है। उधर पोहरी एसडीएम ने एक गोदाम को सील कर दिया, जबकि दूसरे में माल व स्टॉक में अंतर पाए जाने पर उसका पंचनामा बना दिया।
कोलारस एसडीएम प्रदीप तोमर अपने साथ एएसआई रामेश्वर शर्मा व अन्य टीम के साथ बदरवास के पीएस वेयर हाउस पर संचालित खरीदी केंद्र पर शुक्रवार को पहुंचे। जहां पर किसानों ने बताया कि हमारे चने को खराब बताकर खरीदने से मना किया जाता है और फिर जब पांच सौ रुपए से लेकर दो हजार रुपए की मांग यदि पूरी कर दी जाती है, तो उसे खरीद लिया जाता है। एसडीएम ने जब किसानों ने उस शख्स के बारे में पूछा, जो अवैध वसूली कर रहा है, तो वहां पर मौजूद खरीदी केंद्र प्रबंधक विशाल सोनी के पिता हरीचरण सोनी की तरफ इशारा कर दिया। एसडीएम ने पहले तो हरीचरण से पूछताछ की और फिर उसे अपने साथ लेकर थाने पहुंचे, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं पोहरी एसडीएम मुकेश सिंह आज बैराड़ के खरीदी केंद्र व गोदामों पर पहुंचे। एसडीएम सिंह ने बताया कि हम महेंद्र बंसल के गोदाम पर पहुंचे तो उसका ताला लगा हुआ था। गोदाम संचालक को फोन पर संपर्क भी किया, लेकिन वो नहीं आया। इस कारण गोदाम में रखा माल व स्टॉक की जांच नहीं हो सकी, इसलिए उसे सील कर दिया गया। वहीं मेवालाल के गोदाम में रखा माल एवं स्टॉक रजिस्टर में अंतर होने की वजह से एसडीएम ने पंचनामा बनाकर आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया।
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